तुम्हें पसंद है कि मैं अपने शरीर को धीरे से कैसे सहलाती हूं, मैंने अपने हाथ को कितनी धीरे से अपने झुकों के नीचे रखा, मेरी आवाज कैसे कांपती है और मेरी सांस कितनी सड़ जाती है!

tumhen pasnd hai ki main apne sharir ko dhire se kaise sahlati hoon, mainne apne hath ko kitni dhire se apne jhukon ke niche rakha, meri aavaj kaise kanpti hai aur meri sans kitni sar jati hai!

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